भारत के महानायक:गाथावली स्वतंत्रता से समुन्नति की- जय प्रकाश नारायण

लोकनायक- जयप्रकाश नारायण आइए देखें इतिहास का एक और चमकता दर्पण, ओजस्वी स्वतंत्रा सेनानी जयप्रकाश नारायण जात-पात तोड़ दो, तिलक-दहेज़ छोड़ दो। समाज के प्रवाह को, नयी दिशा में मोड़ दो। जयप्रकाश नारायण स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर स्वतंत्र भारत की राजनीति में जिन नेताओं की अग्रणी भूमिका रही है उनमें लोकनायक जयप्रकाश नारायण का नाम…

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भारत के महानायक:गाथावली स्वतंत्रता से समुन्नति की- सरदार उधम सिंह

शाहिद-ए-आजम:सरदार उधम सिंह उधम सिंह जी का जन्म 26 दिसंबर 1899 में पंजाब के संगरूर जिले के सुनाम गांव में हुआ था। और उनको उस समय लोग शेर सिंह के नाम से जाना करते थे ।उनके पिता सरदार तेहाल सिंह जम्मू उपली गांव के रेलवे क्रॉसिंग में वॉचमैन का काम किया करते थे। उनकी माता…

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भारत के महानायक:गाथावली स्वतंत्रता से समुन्नति की- राजा राम मोहन राय

नवजागरण युग के पितामह- राजा राम मोहन राय राजा राम मोहन राय 18 वी सदी के महापुरुष,आधुनिक समाज के जन्मदाता,ब्रह्म समाज के संस्थापक,देश को जगाने वाले स्वतंत्रता सेनानी,बहुआयामी समाज सेवी, भारत भाषायी प्रेस प्रवर्तक तथा बंगाल के नवजागरण युग के पितामह। स्वर्गीय राजा राममोहन राय का जन्म 22 मई 1772 को राधा नगर जिला मुर्शिदाबाद,…

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भारत के महानायक:गाथावली स्वतंत्रता से समुन्नति की- किरण बेदी

किरण बेदी : एक व्यापक व्यक्तित्व किरण बेदी का जन्म भारत को स्वतंत्रता मिलने के कुछ ही समय बाद 9 जून, 1949 को अमृतसर पंजाब में हुआ था। यह वह समय था जब देश अपनी स्वतंत्रता के अभी शैशव काल में ही था। देश में सामाजिक और राजनैतिक हालात अभी स्थिरता पाने को अग्रसर थे।…

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भारत के महानायक:गाथावली स्वतंत्रता से समुन्नति की- सिद्धू और कान्हू

’संताल-हूल’ के महान सेनानी-सिदो एवं कान्हू  संथाल परगना के भू-खंड जो ’दामिन-ई-को, के नाम से जाना जाता था, उसी क्षेत्र में भगनाडीह ग्राम के देश परगना चुनका मुर्मू के घर में चार महान सपूतों-सिदो-कान्हू एवं चांद-भैरो ने जन्म लिया। उन्होंने स्वतंत्र संग्राम के उस गौरवमय इतिहास को लिखा । उन महान अमर शहीदों के जीवन…

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भारत के महानायक:गाथावली स्वतंत्रता से समुन्नति की- नरेंद्र मोदी

  नरेन्द्र दामोदरदास मोदी युग –  प्रवर्तक और नव राष्ट्रचेतना के संवाहक    नरेन्द्र मोदी का नाम लेते ही मानस पटल पर स्पष्ट काल विभाजन उभर आता है – एक सन २०१४ के पहले का भारत और दूसरा सन २०१४ के बाद का भारत। यह ठीक वैसा ही है जैसे कि मोहनदास करमचंद गाँधी का…

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भारत के महानायक:गाथावली स्वतंत्रता से समुन्नति की- राम प्रसाद बिस्मिल

राम प्रसाद बिस्मिल सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है देखना है जोर कितना बाजूए-कातिल में है इन पंक्तियों को आत्मा में उतार कर कोई जिया हो तो वे हैं राम प्रसाद बिस्मिल। भले ऐसा समझा जाता है इनके रचयिता वास्तव में बिस्मिल अजिमाबादी थे। ११जून १८९७ को शाहजहाँपुर गाँव में पंडित मुरलीधर और…

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भारत के महानायक:गाथावली स्वतंत्रता से समुन्नति की- मेजर मोहित शर्मा

स्वतंत्रता की मशाल के वाहक–मेजर मोहित शर्मा, अशोक चक्र “इस कदर वाकिफ़ है मेरी कलम मेरे जज्बातों से, अगर मैं इश्क भी लिखना चाहूँ तो कलम इन्कलाब. लिखती है” भगत सिंह वर्ष 1857 से 1947 तक के इतिहास को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के नाम से जाना जाता है। इस काल में भारत को अंग्रेजों की…

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भारत के महानायक:गाथावली स्वतंत्रता से समुन्नति की- अटल बिहारी वाजपेयी

अटल बिहारी वाजपेयी:भारतीय राजनीति के अजातशत्रु भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अपने नाम के ही समान अटल एक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय नेता, प्रखर राजनीतिज्ञ, नि:स्वार्थ सामाजिक कार्यकर्ता, सशक्त वक्ता, कवि, साहित्यकार, पत्रकार और बहुआयामी व्यक्तित्व वाले व्यक्ति थे। अपने प्रारंभिक जीवन में खुद का परिचय देते लिखते है – “हिन्दू तन मन, हिन्दू जीवन, रग रग हिन्दू…

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भारत के महानायक:गाथावली स्वतंत्रता से समुन्नति की- सिंधुताई सपकाल

सिंधुताई सपकाल – अनाथों की मॉं  “लकीर की फकीर हूँ मै, उसका कोई गम नही, नही धन तो क्या हुआ, इज्जत तो मेरी कम नही!” यह कहने वाली हम सबकी माई सिंधुताई सपकाल जो कि 1400 बच्‍चों की मॉं है जिसके परिवार में  250 दामाद, 50 बहुएं और 250 गाएं हैं, उन्‍होंने अंधेरे में डूबती…

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